वाट्सएप ग्रुप में भ्रामक संदेश फैलाने के मामले में 7 गिरफ्तार

सीएए व एनआरसी को लेकर सोशल मीडिया के वाट्सएप प्लेटफॉर्म पर एक पक्ष के युवकों द्वारा भ्रामक संदेश वायरल के मामले बुधवार को सात जनों को गिरफ्तार किया गया जिन्हें कोर्ट में पेश करने के बाद पाबंद किया गया। 



पुलिस कमिश्नर प्रफुल्ल कुमार ने बताया कि शहर में इस तरह सोशल मीडिया के माध्यम से भ्रामक संदेश फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। गत 25 फरवरी को एक संदेश मोबाइल पर शेयर होने के बाद वायरल हुआ था। इसमें 28 फरवरी यानि शुक्रवार को पब्लिक पार्क पर एकत्र होने का आह्वान किया गया था। इस संदेश के चलते पुलिस ने 28 फरवरी को शहर में कोई अनहोनी न हो, इसके चलते धरना स्थल समेत चप्पे-चप्पे पर भारी पुलिस बल तैनात किया था। संदेश में एनआरसी व सीएए के विरोध में बातें लिखी गई थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने वीडियो शेयर करने वालों की तलाश में टीम गठित की। डीसीपी (पूर्व) धर्मेंद्र सिंह यादव के सुपरविजन में एडीसीपी तेजपालसिंह के नेतृत्व में एसीपी कमल सिंह तंवर, नागौरी गेट थानाधिकारी जबर सिंह ने साइबर एक्सपर्ट की मदद से सातों की पहचान करते हुए गिरफ्तार किया। इनमें नागौरी गेट के अंदर रहने वाला खलील (19) पुत्र अहमद बक्श, भुट्टो का मौहल्ला निवासी जावेद (21) पुत्र सलीम मोहम्मद, गुजराती कॉलोनी, प्रतापनगर निवासी मोहम्मद इमरान (22) पुत्र मेहबूब अली, सदरकोतवाली थाना इलाके के लौहारों की मस्जिद के सामने रहने वाले शाहरूख (22) पुत्र रईसु रहमान, चौपासनी सुंदर बालाजी कॉलोनी निवासी मोहम्मद शरीफ (32) पुत्र मोहम्मद इब्राहिम, सुंदर बालाजी कॉलोनी निवासी मुज्जफर (24) पुत्र मोहम्मद जफर तथा लौहारों की मस्जिद के सामने रहने वाला सद्दाम हुसैन (25) पुत्र जान मोहम्मद को गिरफ्तार किया गया। जिन्हें कोर्ट में पेश करने के बाद पाबंद किया गया।